शिखर शिक्षा सदन में विज्ञान एवं शैक्षिक प्रदर्शनी का भव्य आयोजन:-

 शिखर शिक्षा सदन में विज्ञान एवं शैक्षिक प्रदर्शनी का भव्य आयोजन:-



ओजस्वी मन मीरापुर। 

                शिखर शिक्षा सदन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान एवं शैक्षिक प्रदर्शनी का आयोजन हुआ, जिसमें छात्रों ने अपने विज्ञान एवं शैक्षिक प्रोजेक्ट्स के माध्यम से अपनी रचनात्मकता और विज्ञान के प्रति रुचि का शानदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए मॉडलों ने निर्णायक मंडल और उपस्थित दर्शकों का दिल जीत लिया।

                   प्रदर्शनी में छात्रों ने विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को अपने प्रोजेक्ट्स के माध्यम से प्रस्तुत किया। कक्षा 10 के शंकर ने “हीमोडायलिस प्रक्रिया” का मॉडल तैयार किया, जिसमें उन्होंने शरीर में रक्त को शुद्ध करने की प्रक्रिया को सरलता से समझाया। अक्षित चौधरी ने लेजर सुरक्षा प्रणाली काम मॉडल प्रस्तुत किया जिसमें अपने घरों और बैंकों आदि को कैसे सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं यह समझाया।कक्षा 8B के समी अयान ने “ऊर्ध्वाधर अक्ष पवन टरबाइन” का मॉडल प्रस्तुत किया, जो नवीकरणीय ऊर्जा का एक उत्कृष्ट उदाहरण था।कक्षा 9A की तिथि शर्मा ने “उपग्रह संचार” का मॉडल प्रदर्शित किया, जिसमें उपग्रहों के संचार तंत्र की प्रक्रिया को दिखाया गया। कक्षा 9A की इशिता ने “व्यर्थ पानी का उपचार” पर एक मॉडल तैयार किया, जो पानी को पुनः उपयोग में लाने की विधि पर केंद्रित था। पलक ने “किडनी संरचना” का उत्कृष्ट मॉडल बनाया, जबकि सलोनी ने “प्रदूषण नियंत्रण” पर अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया।कक्षा 7A के अव्वल ने “कार्बन शोधक” का मॉडल दिखाया, जो वायु में मौजूद प्रदूषकों को कम करने की एक विधि थी। आसिम कक्षा 7B ने “सक्रिय ज्वालामुखी” का जीवंत मॉडल प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को ज्वालामुखी विस्फोट की प्रक्रिया को समझने में मदद की। कक्षा 9A की दिव्यांशी ने “ग्लोबल वार्मिंग” पर प्रभावी मॉडल तैयार किया, जो इस गंभीर पर्यावरणीय मुद्दे के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास था।कक्षा 7A की जसप्रीत ने “कन्डक्टर और इन्सुलेटर” पर एक मॉडल बनाया, जो विद्युत प्रवाह के गुणों को समझाने के लिए था। हिफजा कक्षा 8A ने “दिन और रात का कार्य” नामक परियोजना प्रस्तुत की, जो पृथ्वी के घूर्णन के कारण दिन-रात के परिवर्तन को दर्शाती है। कक्षा 8A की अल्फिया ने “हृदय की संरचना” का मॉडल बनाया, जो हृदय की कार्यप्रणाली को दर्शाने में सहायक था।कक्षा 7B की शुभाना खान ने “मानव पाचन तंत्र” का मॉडल प्रस्तुत किया, जबकि जोया ने “दोहरा परिसंचरण” का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। कक्षा 6A की समरीन ने “सौर परिवार” पर एक सुंदर मॉडल तैयार किया, जो हमारे सौर मंडल के ग्रहों की विशेषताओं को प्रदर्शित करता है। लवी ने “ग्रीन हाउस प्रभाव” का मॉडल प्रस्तुत किया, जो जलवायु परिवर्तन की ओर ध्यान आकर्षित करता है।कक्षा 6B की सिदरा ने “चंद्रयान” पर आधारित एक मॉडल प्रस्तुत किया, जबकि नाबिया ने “पानी की सफाई” पर एक परियोजना बनाई, जो स्वच्छ जल की आवश्यकता पर जोर देती है। कक्षा 9B के पुण्य शर्मा ने “न्यूटन के गति के तृतीय नियम” पर आधारित एक प्रयोग प्रस्तुत किया, जो विज्ञान के इस मूल सिद्धांत को समझाने का एक सरल प्रयास था।निर्णायक मंडल ने छात्रों के मॉडलों का गहन अवलोकन किया और उनकी प्रस्तुतियों की सराहना की। निर्णायकों ने तिथि शर्मा को प्रथम, शंकर और अक्षित चौधरी को द्वितीय तथा इशिता और अल्फिया को तृतीय स्थान प्रदान किया।विद्यालय के चेयरमैन सुशील कुमार शर्मा और निदेशक राजेश शर्मा ने छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि “इस प्रकार की प्रदर्शनी छात्रों की वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करती है और उनकी रचनात्मकता को एक नया आयाम देती है।” प्रधानाचार्य पुनीत राजपूत ने भी बच्चों के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि “विद्यार्थियों द्वारा किए गए इन प्रयासों से यह स्पष्ट होता है कि भविष्य में ये बच्चे विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल करेंगे।” उन्होंने छात्रों को ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेकर निरंतर सीखने और अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए प्रेरित किया।

                                  इस अवसर पर अभिभावक एवं स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों के प्रयासों की सराहना की। प्रदर्शनी ने न केवल छात्रों की प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि उन्हें विज्ञान के प्रति रुचि और ज्ञान को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान किया। इस आयोजन ने विद्यालय में एक नई ऊर्जा का संचार किया और सभी ने इस सफल कार्यक्रम की सराहना की।