आखिर क्या वजह रही जो कांग्रेस वर्किंग कमेटी से बाहर हो गये प्रमोद तिवारी:-
ओजस्वी मन:-
प्रमोद तिवारी कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते हैं।वहीं वह गांधी परिवार के वफादार भी रहे हैं।ऐसे में कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी अर्थात सीडब्ल्यूसी से प्रमोद तिवारी को बाहर कर कांग्रेस ने उन्हें बड़ा झटका दिया है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के एक बड़े चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले और गांधी परिवार के प्रति लगातार वफादारी दिखा रहे राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी को कांग्रेस आलाकमान ने बड़ा झटका दिया है। उनको कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इसी तरह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय लल्लू को अध्यक्षी पद से हटाये जाने के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। फिर भी कमेटी में उत्तर प्रदेश का दबदबा बढ़ गया है। इसकी वजह है पूरे गांधी परिवार को वर्किंग कमेटी में जगह मिलना। नई वर्किंग कमेटी में अब सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ ही प्रियंका गांधी भी शामिल हो गई हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सलमान खुर्शीद पहले की तरह कमेटी में मौजूद रहेंगे, जबकि सीडब्ल्यूसी से राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के साथ-साथ विशेष आमंत्रित सदस्य पीएल पुनिया और लल्लू सिंह को भी इस बार वर्किंग कमेटी में जगह नहीं मिली है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपालन ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की घोषणा की।इसमें कई नाम चौकानें वाले रहे। इसमें उत्तर प्रदेश की प्रभारी रह चुकीं और अभी तक आमंत्रित सदस्य रहीं प्रियंका गांधी को वर्किंग कमेटी में जगह दी गई है। इसी तरह उत्तर प्रदेश से सोनिया गांधी, राहुल गांधी और सलमान खुर्शीद को फिर से शामिल किया गया है। इंचार्ज के रूप में राजीव शुक्ला बरकरार हैं। अब तक विशेष आमंत्रित सदस्य रहे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लल्लू सिंह और पीएल पुनिया को जगह नहीं मिली है। मालूम हो कि कांग्रेस के करीब 1256 प्रांतीय कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) सक्रिय सदस्य हैं। आठ पीसीसी सदस्य पर एक एआईसीसी चुने जाते हैं। इन्हीं सदस्यों को सीडब्ल्यूसी में जगह मिलती है।