स्वतंत्रता दिवस पर शिखर शिक्षा सदन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने निकाली तिरंगा यात्रा:-
ओजस्वी मन मीरापुर:-
कस्बे की प्रसिद्ध शिक्षण संस्था शिखर शिक्षा सदन सीनियर सेकंडरी स्कूल में 77 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण व तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी बृज भूषण अग्रवाल व विद्यालय चेयरमैन सुशील शर्मा ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया व तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
विद्यालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि विद्यालय ने विगत वर्षो की भाँति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया है। तिरंगा यात्रा विद्यालय से होते हुए मीरापुर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी। इस तिरंगा यात्रा का रिज़वान ख़ान,अनुभव मैमोरियल एकेडमी,हरपाल सिंह मेन बाज़ार, डीजे फैशन स्टोर (राहुल व्यास), संदीप इलेक्ट्रिकल मोहल्ला कोटला, चिंटू (ललित) सैनेट्री वाले, डाo सरताज़ भुम्मा रोड निकट स्टेट बैंक मीरापुर पर गणमान्य नागरिकों द्वारा जलपान एवं अल्पाहार कराया गया। नगर के अनेक घरों से नागरिकों ने तिरंगा यात्रा पर घर की छतों से पुष्प वर्षा कर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। क्षेत्र के लोगों ने तिरंगा यात्रा में प्रस्तुत विभिन्न झांकियों में महापुरुषों के रुप मे बने बाल स्वरूपों को खूब सराहा तथा तिरंगा यात्रा के अंत में बच्चों द्वारा देश भक्ति गीतों के लाइव प्रसारण की मुक्त हृदय से प्रशंसा की। वहीं छात्र-छात्राओं में भी पूरा जोश एवं उत्साह दिखाई दिया।ध्वजारोहण कार्यक्रम में मुख्य रूप से बृजभूषण अग्रवाल, वैद्य प्रद्युमन शर्मा,हरपाल सिंह,गौरव त्यागी,पूर्व चेयरमैन नवीन सैनी,ई.ओ कमलकांत राजवंशी,सचिन ठाकुर, आसमोहम्मद आदि अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रताप सिंह पंवार ने किया।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चेयरमैन सुशील शर्मा ने बच्चों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी।निदेशक राजेश शर्मा ने भी बच्चों को बधाई और अपना आशीर्वाद दिया।वहीं प्रधानाचार्य पुनीत राजपूत ने स्वतंत्रता दिवस के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए सार्थक प्रयास करते रहना चाहिए और जीवन में हमेशा देशहित में अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।तिरंगा यात्रा का उद्देश्य न केवल देश की आजादी का जश्न मनाना था बल्कि युवा पीढ़ी के दिलों में देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना पैदा करना भी है। तिरंगा यात्रा में कई शिक्षक और स्कूल प्रशासक उपस्थित रहे, जिन्होंने देश की आजादी के लिए पिछली पीढ़ियों द्वारा किए गए बलिदानों को समझने के महत्व पर प्रकाश डाला।