गंगा यात्रा के जरिये मुख्यमंत्री योगी ने दिये बड़े एवं महत्वपूर्ण सन्देश-- ओजस्वी मन:- (पं.दीपक कृष्णात्रेय)

गंगा यात्रा के जरिये मुख्यमंत्री योगी ने दिये बड़े एवं महत्वपूर्ण संदेश
 ओजस्वी मन:-


(पं. दीपक कृष्णात्रेय)


                         जीवनदायिनी गंगा की अविरल एवं निर्मल धारा के लिये प्रतिबद्ध उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  सोमवार को जनपद बिजनोर से ऐतिहासिक गंगा यात्रा का शुभारंभ कर कई महत्वपूर्ण संदेश दे गये।एक ओर जहां उन्होंने इस यात्रा के जरिये धार्मिकता का संदेश दिया तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने यह भी समझाने का प्रयास किया कि हमारी आस्था कोरी आस्था नही बल्कि  वैज्ञानिकता से जुड़ी आस्था है।उन्होंने कहा कि गंगा को आस्था के साथ अर्थव्यवस्था का भी केंद्र बनाएंगे।गंगा किनारे के गांवों में गौ आधारित खेती पर मुख्यमंत्री ने बल दिया।किसानों को फलदार वृक्ष लगाने के लिये प्रेरित करते हुए मुख्यमंत्री बोले कि पूरे खेत मे फलदार वृक्ष लगाने वाले किसान को एक निश्चित राशि का अनुदान सरकार देगी।प्रत्येक जिले में गंगा नर्सरी खोली जायेगी जिससे किसानों को निःशुल्क पौधे मिलेंगे।इससे पैदा होने वाले जैविक उत्पाद सरकार द्वारा निर्यात कर गंगा के प्रसाद के रूप में वैश्विक स्तर पर बढ़ाये जायेंगे।गंगा यात्रा के धार्मिक पहलू के साथ ही राजनैतिक पंडितों द्वारा इसके राजनैतिक निहितार्थ भी तलाशे गये।
               गंगा को लेकर ऐसा अभियान देश के इतिहास में पहली बार देखने को मिला है।प्रधानमंत्री मोदी भी गंगा को पुनः उसी रूप में लाने के लिये संकल्पित है जैसा वेदों और पुराणों में वर्णित है।2014 में बनारस से चुनाव लड़ते समय उन्होंने कहा था कि मुझे मां गंगा ने बुलाया है।उसी कड़ी में गंगा के लिये मुख्यमंत्री योगी का यह भागीरथी प्रयास लोगो को बेहद पसंद आया।जगह जगह लोग गंगा यात्रा की प्रशंसा करते दिखे।1358 किलोमीटर का सफर तय करने वाली यह गंगा यात्रा 27 जिलों,21 नगर निकायों और 1038 ग्राम पंचायतों से होकर गुजरेगी।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गंगा यात्रा के दौरान गंगा के निकटवर्ती गांवों में प्रदेश और केंद्र सरकार के मंत्री चौपाल लगाकर सरकार की योजनाओं से लोगो को अवगत कराएंगे।गंगा मैदान,गंगा पार्क और गंगा तालाब बनाये जायेंगे।युवाओं के लिये ओपन जिम बनायें जायेंगे।उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने नमामि गंगे योजना के लिये 28 हजार करोड़ का बजट प्रदान किया है।इसके लिये उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया।
              प्रदेश के दो छोर बिजनोर और बलिया से 27 जनवरी 2020 को एक साथ गंगा यात्रा प्रारंभ हुई।एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजनोर से तो वहीं दूसरी ओर राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने बलिया से गंगा यात्रा का शुभारंभ किया।दोनों यात्राओं का मिलन 31 जनवरी को कानपुर में होगा।बिजनोर में गंगा बैराज पर मुख्यमंत्री योगी ने शंखध्वनि और वेदमन्त्रों के बीच गंगा आरती की,फिर वहीं एक जनसभा को सम्बोधित किया।उसके बाद बैराज पार कर मुज़फ्फरनगर से गंगा यात्रा का शुभारंभ कर कार में सवार होकर गांव देवल,सिखरेडा और कस्बा मीरापुर में वाहन से ही लोगो को सम्बोधित कर उन्हें धन्यवाद दिया और फिर रामराज जनसभा स्थल पहुंचे।इस दौरान लोगो ने पूरे जोश के साथ जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाये।रामराज जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ कांवड़ यात्रा,प्रयागराज में आयोजित हुए दिव्य कुम्भ एवं राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने पर खुलकर बोले।रामराज को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व रामराज को नगर पंचायत बनाने का कार्य पूरा हो जायेगा।गंगा यात्रा में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव,क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी,केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान, जनरल वीके सिंह,कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, चेतन चौहान, कपिल देव अग्रवाल, विजय कश्यप, पं. सुनील भराला,बलदेव सिंह औलख,जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला आदि के साथ आसपास के सभी विधायक उपस्थित रहे।यहाँ पर जनसभा को सम्बोधित कर मुख्यमंत्री योगी वापस लखनऊ लौट गये जबकि गंगा यात्रा हस्तिनापुर पहुंची।हस्तिनापुर से ही दूसरे दिन गंगा यात्रा का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने किया।